shiv chalisa in hindi Secrets
shiv chalisa in hindi Secrets
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मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
O Lord! I beseech Your aid and seel your divine blessing at this really instant. Save and shield me. Ruin my enemies with Your Trishul. Launch me through the torture of evil ideas.
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। Shiv chaisa हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।
लिङ्गाष्टकम्